मेरी माँ पढ़ी नही है लेकिन
जब भी मैं पढ़ने के लिए प्रदेश जाता हुँ तो
वो मुझे गाँव के उस पुराने टीले तक छोड़ने आती है और अपनी आंसुओ की स्याही से बहुत कुछ लिख जाती है...
लेकिन मेरी माँ पढ़ी नही है...
जब भी मैं पढ़ने के लिए प्रदेश जाता हुँ तो
वो मुझे गाँव के उस पुराने टीले तक छोड़ने आती है और अपनी आंसुओ की स्याही से बहुत कुछ लिख जाती है...
लेकिन मेरी माँ पढ़ी नही है...
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